आइये , नेताजी को नमन करें !
उनका जन्म दिन हम कृतज्ञ भारतवासियों के लिए सबसे बड़ा दिन होना चाहिए । आजादी के इस दीवाने से बढ़कर संघर्ष किसी और ने नहीं किया । उन्होंने बहुत बड़ा लक्ष्य सामने रखकर अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए ।
नेताजी सुभाष ने न तो व्यर्थ में प्राण गवांए न ही सत्याग्रह के रास्ते चलकर , लम्बे रास्ते तलाशे । इस जन्मजात महावीर ने सारे संसार में घूमकर देश की आजादी के लिए सेना इकट्ठी की । पूर्वोत्तर के रास्ते अंग्रेजों पर धावा भी बोल दिया ।
वह अकाल दुर्घटना न हुई होती तो देश का इतिहास दूसरा होता । सचमुच उन जैसा कोई नहीं । आजाद हिंद का स्वप्न और जयहिन्द का नारा देने वाले इस महानायक को नमन । नेताजी शब्द ही उनके नाम पर पेटेंट हो जाना चाहिए , ताकि " नेताजी " शब्द को छुटभैयों और आम राजनीतिज्ञों के साथ न जोड़ा जा सके ।
प्रणाम नेताजी , हम देशवासी आपके चरणों में नमन करते हैं ,,,
नेताजी , पत्नी एमिली और पुत्री अनिता का दुर्लभ चित्र
