शबरी का अनोखा भक्ति-प्रसंग
सभी को रामायण में शबरी के जूठे बेर खिलाने की कथा तो पता है, पर क्या आप जानते हैं कि शबरी ने राम को एक गुप्त संदेश भी दिया था? जब राम शबरी के आश्रम पहुँचे, तो शबरी ने न केवल बेर खिलाए, बल्कि अपनी तपस्या से प्राप्त दिव्य दृष्टि से राम को बताया कि सुग्रीव की मित्रता और हनुमान का साथ ही उनकी विजय का मार्ग बनेगा। यह संदेश सुनकर राम मुस्कुराए, क्योंकि वे जानते थे कि शबरी का यह ज्ञान केवल भक्ति से नहीं, बल्कि वेदों के गहन अध्ययन से आया था। शबरी कोई साधारण भक्त नहीं, बल्कि एक तपस्विनी विदुषी थीं, जिन्हें राम ने सम्मान दिया। यह कथा हमें सिखाती है कि सच्ची भक्ति में ज्ञान और समर्पण का अद्भुत संगम होता है। हैरान हुए न? इसे शेयर करें और राम की महिमा फैलाएँ!