Please click here

INSTALL KULASYA APP

익명의 profile picture
익명의
22 안에

एक बार एक दबंग टाइप का आदमी घर पहुँचा और अपनी बीवी को 1000 रुपए दे कर बोला, "ये पैसे रख ले, प्रोफ़ेसर से बहस में जीत कर लाया हूँ ।"

बीवी ने उत्सुकता से पूरी कहानी पूछी तो उसने बताया कि प्रोफ़ेसर कह रहा था कि पहाड़ी बकरी के चार पैर होते हैं जब कि उसका कहना था कि पहाड़ी बकरी के सिर्फ तीन पैर होते हैं । प्रोफ़ेसर हार गया और वह बहस जीत कर हज़ार रुपए जीत गया ।

ये बात सुन कर बीवी हैरान रह गई और बोली, "ये क्या बात हुई, पहाड़ी बकरी के चार पैर ही होते हैं" । इसके बाद मियाँ-बीवी में इस बात पर बहस छिड़ गई और नौबत यहाँ तक पहुँच गई कि दबंग ने बीवी को तब तक पीटा जब तक उसने मान नहीं लिया कि पहाड़ी बकरी के तीन पैर ही होते हैं ।

ख़ैर, दूसरे दिन पति को खाना खिलाते वक़्त बीवी ने पूछा, "ए जी, ये तो बताओ कि कल मैं तो मान गई थी कि पहाड़ी बकरी के सिर्फ तीन पैर होते हैं, पर प्रोफ़ेसर साहब तो बड़े पढ़े-लिखें विद्वान आदमी हैं, वे कैसे मान गए ।" तब पति ने जबाब दिया कि वो भी ऐसे ही माना था जैसे कल तू मानी थी ।

दोस्तो, हँसने वाली बात नहीं है, दुनिया का दस्तूर है कि ताक़तवर जो कहे वही सही । ध्यान रहे कि यहाँ बात सिर्फ शारीरिक बल की नहीं हो रही है, क्योंकि राजनीतिक या आर्थिक रूप से ताक़तवर आदमी के अन्याय का मुक़ाबला करना हर किसी के वश का नहीं ।

– B.L.Sharma

#copypaste